चन्हूदरो 

⮞ सिंधु नदी, सिंध प्रांत पाकिस्तान (मोहनजोदड़ो के दक्षिण में स्थित)

⮞ उत्खनन कर्ता - गोपाल मजूमदार , 1931

⮞ चन्हूदरो से प्राप्त ईटों का आकार - वक्राकार

⮞ लिपस्टिक के साक्ष्य 

⮞ पात्रों में हल्के पीले रंग का प्रयोग किया गया

⮞ पीतल की बतख प्राप्त हुई

⮞ किलेबंदी के साक्ष्य नहीं मिले( दुर्ग के साक्ष्य नहीं)

⮞ जला हुआ कपाल

⮞ चार पहियों की गाड़ी

⮞ ईट पर कुत्ते व बिल्ली के पंजों के निशान

⮞ मनके बनाने का कारखाना, काजल, कंघा, दवात , के साक्ष्य , लिपस्टिक के साक्ष्य

⮞ मिट्टी की एक मुद्रा पर तीन घड़ियाल और दो मछलियों का अंकन

⮞ कुत्ते द्वारा बिल्ली का पीछा करते हुए पद चिन्ह

⮞ यहाँ से झुकार और झाकर संस्कृति के साक्ष्य मिले हैं


रंगपुर

⮞ सुख भादर नदी ( भादर )  गुजरात का काठियावाड़ जिला

⮞ उत्खननकर्ता - रंगनाथ राव 1953 -54

⮞ चावल की भूसी , ज्वार बाजरा के साक्ष्य

⮞ कच्ची ईंटों के दुर्ग, नालियां, मृदभांड , बात, पत्थर के फलक

⮞ अलंकृत मृत भांड, धूप में सुखाई गई ईट


रोपड़ 

⮞ सतलज नदी, 1953 - 55 , पंजाब ( रोपड़ जिला - उत्खनन कर्ता - यज्ञदत्त शर्मा (खोज बीबी लाल)

⮞ आधुनिक नाम - रूपनगर

⮞ स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत में सर्वप्रथम रोपड़ की  खुदाई की गई

⮞ पर्वती हड़प्पा काल की वस्तुओं के साथ चित्रित धूसर मृदभांड मिला

⮞ तांबे की कुल्हाड़ी के साक्ष्य

⮞ शवों को अंडाकार  गड्ढों में दफनाया जाता था

⮞ मनुष्य के साथ पालतू कुत्तों को दफनाने के साक्ष्य क शंख की चूड़ियां , तांबे की अंगूठियां


लोथल

⮞  1954 - 55

⮞ भोगवा नदी, गुजरात ( अहमदाबाद जिला)

⮞ उत्खनन कर्ता - रंगनाथ राव

⮞  लोथल का शाब्दिक अर्थ - मृत मानव का नगर

⮞ ( लोथल को लघु हड़प्पा और लघु मोहनजोदड़ो भी कहते हैं)

⮞ पक्के रंग में रंगे हुए पात्र मिले, तांबे का हंस

⮞ मर्तबान में धूर्त लोमड़ी का चित्र

⮞ शतरंज के नमूने मनके बनाने के कारखाने चावल के साक्षी धान की भूसी के साक्षी

⮞ पात्रों पर मानव, पक्षी, सर्प , अनाज की बाले, घास और लताये चित्रित 

⮞ मृदभांड उपकरण मोहर बाट और पत्थर के उपकरण प्राप्त हुए , पारस की मोहरे

⮞ तबाही का कारण - बाढ़

कालीबंगा 

⮞  1961

⮞ घग्गर नदी , राजस्थान ( श्रीगंगानगर जिला)

⮞ उत्खनन कर्ता बीबी लाल वीके थापर

⮞ अर्थ - काले रंग की चूड़ियां

⮞ दीन हीन व गरीबों की बस्ती भी कहा जाता था

⮞ सड़कों और नालियों को गलियों को समानुपातिक ढंग से बनाया गया

⮞ 9 वर्षीय बालक की खोपड़ी में 6 छेद मिले हैं

⮞  घर कच्ची ईंटों से बने थे

⮞  जूते हुए खेत के साक्ष्य 

⮞ अग्नि कुंड ( अग्नि वेदिका ) के साक्ष्य

⮞  लकड़ी की नाली के साक्ष्य 

⮞  प्रतीकात्मक शवाधान , अलंकृत  फ़र्श   

⮞ काशे की सुई, हल के निशान, हवन कुंड, लकड़ी के पाइप , तांबे की बटन, कब्रिस्तान के साक्ष्य


धोलावीरा 

⮞ 1967 - 68

⮞ गुजरात का  कच्छ जिला 

⮞ उत्खनन कर्ता - जेपी जोशी 

⮞ भारत में विशालतम हड़प्पा कालीन बस्ती 

⮞ धोलावीरा में दुर्गी कृत इलाका (यह इलाका पश्चिम के बजाय दक्षिण दिशा में था)

⮞ सेंधव सभ्यता के सबसे बड़े आकार के लिपि वर्ण मिले हैं (सेंधव लिपि के 10 बड़े अक्षर)

⮞ पॉलीस्टार सफेद पाषाण खंड , स्टेडियम   लंबा जलाशय

 बनावली

⮞ 1973 - 74 , सरस्वती नदी

⮞ रंगोई नदी , हरियाणा का हिसार जिला

⮞ उत्खनन कर्ता - रविंद्र सिंह बिष्ट

⮞ बनवारी को वनवालि भी कहा जाता है

⮞ मिट्टी का खिलौना, बट खरे चूड़ियां                              

⮞ वाश बेसिन (धावन पत्र) के साक्ष्य

⮞ मिट्टी का  हल

⮞ जो के दाने

⮞ मातृ देवी की मरण मूर्ति 

आलमगीरपुर

⮞ 1958

⮞  हिंडन नदी , मेरठ ( यूपी)

⮞ उत्खनन - यज्ञदत्त शर्मा

⮞ सांप तथा रीछ की मर्ण मूर्ति 

⮞ सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल

⮞  इसे परसराम - का - खेरा (खेडा) भी में कहते हैं 

⮞  तांबे का एक टूटा हुआ ब्लेड 

⮞  बर्तन, मन के,  रोटी बेलने की चौकी, कटोरी के टुकड़े

أحدث أقدم