Introducation Of Ajanta
Important paintings
Location - महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद के पास।
अजन्ता गुफाओं को यह नाम पास के अजंता नामक गाँव से मिला।इन गुफाओं की खोज 1819 में ब्रिटिश सेना की मद्रास रेजिमेंट के एक सेना अधिकारी ने अपने एक शिकार अभियान के दौरान की थी।इसे अजीस्ठा के नाम से भी जानते है।
विध्यांचल पर्वत की सहयाद्री नामक श्रेणी पर एक अर्द्ध चंद्राकार पहाड़ी पर
नदी - बाघोरा
Period
सातवाहन, वाकाटक,गुप्त काल।
No.of cave - 30
चैत्य - 5 ( 9,10,19,26,29)
पूजा के लिए स्थान
विहार - 25
बौद्ध भिक्षुओं के रहने का स्थान।
Subject - बौद्ध धर्म ( जातक कथाएं)
Technique - म्यूरल Art
टेम्परा तकनीक
(फ्रैस्को ब्यूनो, फ्रस्को सेक्को
पहले प्लास्टर की परत लगाते थे।
चिकनी मिट्टी में गोबर धान की भूसी, रेत/बजरी, गोंद या सरेस का घोल, वनस्पति आदि मिलाकर लेप लगाया जाता था।
No.of cave - 30
चैत्य - 5 ( 9,10,19,26,29)
पूजा के लिए स्थान
विहार - 25
बौद्ध भिक्षुओं के रहने का स्थान।
Subject - बौद्ध धर्म ( जातक कथाएं)
Technique - म्यूरल Art
टेम्परा तकनीक
(फ्रैस्को ब्यूनो, फ्रस्को सेक्को
पहले प्लास्टर की परत लगाते थे।
चिकनी मिट्टी में गोबर धान की भूसी, रेत/बजरी, गोंद या सरेस का घोल, वनस्पति आदि मिलाकर लेप लगाया जाता था।
Painting & sculpture
चित्र - 1, 2, 9, 10 ,16, 17
8- 13 हीनयान
अजंता के चित्रों की प्रमुख विशेषताएं
रेखा - भारतीय चित्रकला रेखा प्रधान है।
चित्र - वानस्पतिक रंगो का प्रयोग। (गेरू, रामरज, सीप, खड़िया, पीली मिट्टी,काजल ।
अधिकांश चित्रों में गहरे रंगों का प्रयोग। गहरी पृष्ठभूमि में हल्के और हल्की पृष्ठभूमि में गहरे रंगों का प्रयोग किया गया।
मुद्राएं - विविध प्रकार की हस्त, नेत्र, मुद्राओं का अंकन।
शोक, करुणा,खुशी के भाव
प्रकृति चित्रण - अशोक,साल,आम, बरगद, पीपल, कदली , ताड़, गूलर आदि वृक्ष का अंकन।
चित्र - 1, 2, 9, 10 ,16, 17
8- 13 हीनयान
अजंता के चित्रों की प्रमुख विशेषताएं
रेखा - भारतीय चित्रकला रेखा प्रधान है।
चित्र - वानस्पतिक रंगो का प्रयोग। (गेरू, रामरज, सीप, खड़िया, पीली मिट्टी,काजल ।
अधिकांश चित्रों में गहरे रंगों का प्रयोग। गहरी पृष्ठभूमि में हल्के और हल्की पृष्ठभूमि में गहरे रंगों का प्रयोग किया गया।
मुद्राएं - विविध प्रकार की हस्त, नेत्र, मुद्राओं का अंकन।
शोक, करुणा,खुशी के भाव
प्रकृति चित्रण - अशोक,साल,आम, बरगद, पीपल, कदली , ताड़, गूलर आदि वृक्ष का अंकन।
गुफा 1
- पदंपाणी बोधिसत्व,
- अवलोकितेश्वर,
- मार विजय,
- नागराज,
- श्रावस्ती का चमत्कार,
- बैलों की लड़ाई,
- पुलकेशीन 2nd ke दरबार में ईरानी राजदूत,
- शंखपाल, शिवि जातक,
- चिटियो के पहाड़ पर सांप की तपस्या ,
- महाजनक जातक,
- काली राजकुमारी,
- चंपेय जातक,
- लड़ते बैल
गुफा 2
- महाहंस जातक,
- मायादेवी का स्वपन,
- विदुर पंडित जातक,
- तीन बोधिसत्व
- क्षमा याचना,
- सुनहरे मृग का उपदेश,
- 2 बाएं अंगूठे वाली रमणी,
- बुद्ध के सात कदम,
- 1 हजार बुद्ध झूलती राजकुमारी
गुफा 9
- ठोस हर्मिक वाला (तीन छतरी के शीर्ष वाला) पाषाण स्तूप।
- उड़ती अप्सरा,
- नाग पुरूष,
- स्तूप अर्चना,
- पशुओ को खदेड़ते चरवाहे
- ,मुरेठे वाले पुरुष,
- आम का वृक्ष,
- खाली सिंहासनआसीन नारी
- श्रवण की कथा
गुफा 10
- साम जातक ,
- स्तूप उपासना,
- बोधिवृक्ष ,
- भिक्षु और बुद्ध,
- श्याम जातक ,
- छदंत जातक,
- विरह में व्याकुल रानी,
- कमल वन में क्रीड़ा,
- नंद की कथा
गुफा 16
- नागराज की मूर्ति,
- महा उमंग जातक,
- नंद दीक्षा,
- आकाशचरी अप्सरा,
- अजातशत्रु ,
- माया देवी का स्वपन,
- वराग्य,
- सुजाता से खीर ग्रहण,
- अभ्यास,
- धनुविद्या,
- मर्णासन राजकुमारी ,
- बुद्ध का ग्रह त्याग अप्सरा बुद्ध का उपदेश लुंबिनी वन,
- हस्ती जातक।
गुफा 17
- माता पुत्र,
- नालगिरी की कथा,
- सिंहलावादन,
- प्रेत आत्मा,
- संसार चक्र,
- त्सोधरा का मिलन,
- शंगार करती राजकुमारी,
- उड़ते गंधर्व,
- महा कपि जातक,
- श्याम जातक,
- ब्राह्मण जातक,
- सिविजातक,
- विस्वंतर जातक,
- मार विजय,
- सूत सोम जातक।
पद्मपाणि बोधिसत्व, अजंता
- अजंता गुफा नंबर 1 में स्थित है।
- काल: 5वीं शताब्दी
- Mural painting
- पद्म या कमल धारण किए हुए बोधिसत्व की छवि।
- शरीर में 3 मोड़ के साथ बड़े कंधे, जो गति का आभास कराते हैं।
- सॉफ्ट मॉडलिंग, रूपरेखा शरीर के साथ विलीन होकर 3-डी प्रभाव पैदा करती है।
- आँखें आधी बंद और थोड़ी लम्बी हैं। नाक सीधी एवं नुकीली होती है। छोटी ठुड्डी.
- मोतियों का हार सजाना।
- दाहिने हाथ में कमल है और बायां हाथ अंतरिक्ष में फैला हुआ है।
- छवि के चारों ओर छोटी-छोटी आकृतियाँ हैं।
- शरीर पर धागा सर्पिल रेखाओं वाला दिखाई देता है।
- प्रयुक्त रंग: हल्का लाल, हरा, भूरा और नीला।
- बोधिसत्व की तुलना सिस्टाइन चैपल ने लियोनार्डो द्वारा चित्रित अंतिम भोज से की गई है।
- विषय - वस्तु - जातक कथाएं, बोधिसत्व रूप,समाज की परंपरा, जुलूस,महल आदि चित्र बने।
मारा विजया, अजंता
- सगुफा संख्या 26, अजंता गुफाएँ।
- Sculpture in stone
- 5th century A.D
- Ajanta village, Maharashtra state
- इस छवि के विषय को गुफाओं में चित्रों के रूप में चित्रित किया गया है.
- केंद्र में बुद्ध की छवि, मारा की सेना और उनकी बेटी से घिरी हुई।
- बुद्ध पद्मासन में हैं.
- मारा यहां इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है। यह निरूपण बुद्ध के मन की उथल-पुथल का प्रतीक है जो बुद्ध को ज्ञान प्राप्ति के समय हुआ था।
- बुद्ध का दाहिना हाथ पृथ्वी की ओर दिखाया गया है जो उनकी उदारता का प्रतीक है