काकातीय रूद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर


वारंगल   ( तेलंगाना)

भगवान शिव को समर्पित

निर्माण - काकतीय वंश के शासक नरेंद्र रुद्र रेडी ने करवाया

12- 13वीं शताब्दी (1213 )

वास्तुकार-- रामप्पा 

(रामप्पा के नाम पर ही इस मंदिर मे नाम रखा गया)

40 साल बनाने में लगे

मार्को पोलो ने इस मंदिर को चमकता तारा कहा 

मुख्य आकर्षण

दीवारों पर महाभारत व रामायण के दृश्य 

नंदी की लगभग 9 फीट की विशाल मूर्ति


शिव के साथ सूर्य देव और श्री हरि  की मूर्तियां

(इन्हें त्रिकुटलयम भी कहते हैं )

प्रवेश द्वार विशाल है व नक्काशी आकर्षण है 

छतों पर शिलालेख हैं

इस मंदिर में एक हजार खंभे है

25 जुलाई  2021 को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है
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